एक नैदानिक अधिकारी एक राजपत्रित अधिकारी होता है जो दवा का अभ्यास करने के लिए योग्य और लाइसेंस प्राप्त होता है। उनकी किताबों में, "बियॉन्ड द स्टेट: द कॉलोनियल मेडिकल सर्विस इन ब्रिटिश अफ्रीका" और "इंडियन डॉक्टर्स इन केन्या, …
क्लिनिकल ऑफिसर का क्या काम होता है?
बीमारी के सभी चरणों का निदान और प्रबंधन करें । मरीजों का सटीक केस हिस्ट्री लें, उनकी बीमारियों की जांच करें । उचित देखभाल, चिकित्सा देखभाल, मानक प्रक्रिया और निर्धारित नीति प्रदान करें।
नैदानिक अधिकारी कौन है?
एक नैदानिक अधिकारी (सीओ) एक राजपत्रित अधिकारी है जो चिकित्सा अभ्यास करने के लिए योग्य और लाइसेंस प्राप्त है।
नैदानिक अधिकारी और नर्स में क्या अंतर है?
चिकित्सकीय अधिकारी: जिन्होंने तीन साल की सेवा-पूर्व शिक्षा और दो साल की इंटर्नशिप पूरी कर ली हो। नर्स, जिन्होंने एक से चार साल की औपचारिक नर्सिंग शिक्षा पूरी की थी।
क्लिनिकल ऑफिसर और क्लिनिकल मेडिसिन में क्या अंतर है?
क्लिनिकल ऑफिसर किसी ऐसे व्यक्ति को दी जाने वाली उपाधि है, जिसने क्लिनिकल मेडिसिन एंड सर्जरी में डिप्लोमा का अध्ययन किया है, जबकि मेडिकल लाइसेंसधारी व्यवसायी (एमएल) किसी ऐसे व्यक्ति को दी जाने वाली उपाधि है, जिसने क्लिनिकल मेडिसिन में डिग्री का अध्ययन किया। … क्लिनिकल मेडिसिन एंड सर्जरी में डिप्लोमा 3 साल का कोर्स है।