कुछ रोगियों में
प्रोप्रानोलोल दिल की विफलता का कारण हो सकता है। अगर आपको सीने में दर्द या बेचैनी, गर्दन की नसों का पतला होना, अत्यधिक थकान, अनियमित श्वास, अनियमित दिल की धड़कन, चेहरे, उंगलियों, पैरों, या निचले पैरों में सूजन या वजन बढ़ना हो तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
प्रोप्रानोलोल के सबसे आम दुष्प्रभाव क्या हैं?
प्रोप्रानोलोल के मुख्य दुष्प्रभाव हैं चक्कर आना या थकान महसूस होना, ठंडे हाथ या पैर, सोने में कठिनाई और बुरे सपने। ये दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्के और अल्पकालिक होते हैं।
क्या बीटा ब्लॉकर्स सीने में जकड़न का कारण बन सकते हैं?
बीटा-ब्लॉकर्स लेते समय निम्न में से किसी भी दुष्प्रभाव का अनुभव होने पर तुरंत चिकित्सा की तलाश करें: हृदय की समस्या के लक्षण: सांस की तकलीफ, व्यायाम से खांसी, सीने में दर्द, अनियमित दिल की धड़कन, पैरों में सूजन या टखने।फेफड़ों की समस्या के लक्षण: सांस की तकलीफ, तंग छाती, …
क्या प्रोप्रानोलोल अपच का कारण बन सकता है?
कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स जैसे निफेडिपिन (प्रोकार्डिया) और बीटा ब्लॉकर्स जैसे प्रोप्रानोलोल (इंडरल) भी दिल की जलन का कारण बन सकते हैं। अगर आपको समस्या हो रही है तो अपने डॉक्टर से बात करें।
क्या प्रोप्रानोलोल दिल की धड़कन का कारण बन सकता है?
अपने शरीर पर कहीं भी त्वचा पर गंभीर चकत्ते या दर्दनाक छाले होने पर तुरंत अपने डॉक्टर को बुलाएँ। यदि आपको मधुमेह है, और आपको प्रोप्रानोलोल निर्धारित किया गया है, तो ध्यान रखें कि यह हाइपोग्लाइसीमिया (निम्न रक्त शर्करा के स्तर) के कुछ लक्षणों या लक्षणों को छुपा सकता है, जैसे कि दिल की धड़कन और कंपकंपी।