कानपुर में, विद्रोह को नाना साहब, पेशवा बाजी राव द्वितीय के दत्तक पुत्र, उनके प्रशासक तांतिया टोपे और सचिव अज़ीमुल्लाह खान के साथ संचालित किया गया था। नाना साहब अनिवार्य रूप से विद्रोह में शामिल हुए क्योंकि उन्हें अंग्रेजों द्वारा उनके लाभों से वंचित कर दिया गया था।
कानपुर में विद्रोह का नेतृत्व किसने और कैसे किया?
सही उत्तर है नाना साहब। नाना साहब ने कानपुर शहर में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किया। नाना साहब का मूल नाम धोंडू पंत था। वह स्वर्गीय पेशवा बाजी राव के दत्तक पुत्र थे।
विद्रोह का नेतृत्व किसने किया?
1857 का विद्रोह या प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भारतीयों द्वारा अंग्रेजों को भारत से बाहर निकालने के लिए उठाया गया एक प्रमुख ऐतिहासिक आंदोलन है।इस विद्रोह का नेतृत्व दिल्ली (उत्तरी भारत) के अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर ने किया था। विद्रोह का नेतृत्व झांसी (मध्य भारत) में रानी लक्ष्मी बाई ने किया था और उनके साथ तांतिया टोपे भी थे।
कक्षा 8 के विद्रोह का नेतृत्व किसने किया?
(iv) विद्रोह का नेतृत्व करने वाले दो लोकप्रिय नेता (विकल्प भिन्न हो सकते हैं।) उत्तर: (i) टीपू सुल्तान (ii) राजा राम मोहन राय (iii) लॉर्ड मैकाले (iv) तांत्या टोपे और वीर कुंवर सिंह।
लखनऊ में विद्रोह का नेतृत्व किसने किया?
बेगम हजरत महल: अवध के नवाब वाजिद अली शाह की पत्नी। उसने अपने 11 वर्षीय बेटे बिरजिस कादर की ओर से शासन किया। और लखनऊ में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किया।