वितरण और पर्यावास सैक्सौल (Haloxylon ammodendron) का वितरण ईरान और मध्य एशिया से पूर्व की ओर गोबी रेगिस्तान में फैला हुआ है, और वह ब्लैक सैक्सौल (Haloxylon aphyllum) और व्हाइट सैक्सौल (Haloxylon persicum), पूरे ईरान और मध्य एशिया में।
गोबी रेगिस्तान में क्या कुछ उग सकता है?
पहली नज़र में गोबी रेगिस्तान एक चट्टानी बंजर भूमि जैसा दिखता है जहाँ कुछ भी नहीं उगता। हालांकि, यह मामला नहीं है। गोबी रेगिस्तान की भीषण गर्मी में जीवित रहने के लिए पौधों की कई प्रजातियां अनुकूलित हो गई हैं।
गोबी रेगिस्तान में कौन सा पौधा रहता है?
गोबी रेगिस्तान में सबसे आम वनस्पति सूखे के अनुकूल झाड़ियाँ हैं। इन झाड़ियों में शामिल हैं ग्रे स्पैरो का साल्टवॉर्ट (सालसोला पासरिना), ग्रे सेजब्रश, और कम घास जैसे सुई घास और लगाम।पशुओं के चरने से मरुस्थल में झाड़ियों की संख्या कम हो गई है।
क्या गोबी रेगिस्तान में पेड़ हैं?
गोबी मरुस्थल वनस्पति
गोबी मरुस्थल भले ही एक बंजर बंजर भूमि हो, लेकिन कुछ पौधे ऐसे हैं जो जीवित रह सकते हैं। कुछ आम में सक्सौल के पेड़, इमली, हेलोफाइट्स, और नाइट्रे झाड़ी शामिल हैं। गोबी में अच्छी तरह से उगने वाले अधिकांश पौधे हेलोफाइट्स होते हैं।
गोबी रेगिस्तान में कितने पौधे हैं?
वर्तमान में, यह अनुमान लगाया गया है कि मंगोलिया में लगभग 3160 प्रजातियां (133 उप-प्रजातियां और 33 किस्में शामिल हैं), 684 पीढ़ी, और संवहनी पौधों के 108 परिवार मौजूद हैं (उर्गमल एट अल।