प्यूरिटनों का मानना था कि भगवान ने उनके साथ एक अनूठी वाचा, या समझौता बनाया था। उनका मानना था कि भगवान ने उनसे शास्त्रों के अनुसार जीने की उम्मीद की, एंग्लिकन चर्च में सुधार किया, और एक अच्छा उदाहरण स्थापित किया जो इंग्लैंड में रहने वालों को अपने पापी तरीकों को बदलने के लिए प्रेरित करेगा।
प्यूरिटन की तीन बुनियादी मान्यताएं क्या हैं?
प्यूरिटन की तीन बुनियादी मान्यताएं क्या हैं?
- न्याय करने वाले भगवान (अच्छे को पुरस्कार देते हैं/बुराई को दंड देते हैं)
- पूर्वनियति/चुनाव (उद्धार या धिक्कार भगवान द्वारा पूर्वनिर्धारित किया गया था)
- मूल पाप (मनुष्य जन्मजात पापी है, आदम और हव्वा के पापों से कलंकित है; अच्छाई केवल कड़ी मेहनत और आत्म-अनुशासन से ही प्राप्त की जा सकती है)
- प्रोविडेंस।
प्यूरिटन मूल्य क्या थे?
प्यूरिटनों का मानना था कि सरकार चलाने के लिए किसी एक व्यक्ति या लोगों के समूह पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए। अंत में, कई अमेरिकियों ने ईमानदारी, जिम्मेदारी, कड़ी मेहनत और आत्म-नियंत्रण की शुद्धतावादी नैतिकता को अपनाया है।
प्यूरिटन के राजनीतिक विश्वास क्या थे?
मैसाचुसेट्स खाड़ी में प्यूरिटन लोग चर्च और राज्य को अलग करने में विश्वास करते थे, लेकिन राज्य को ईश्वर से अलग करने में नहीं। भविष्य की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करना और "ईश्वरीय" सरकार की गारंटी के लिए केवल चर्च के सदस्यों को वोट देने का अधिकार।
प्यूरिटन के विश्वास और लक्ष्य क्या थे?
प्यूरिटन प्रोटेस्टेंट सुधारक थे जिनकी उत्पत्ति इंग्लैंड में हुई थी। बाद में वे न्यू इंग्लैंड के अमेरिकी उपनिवेशों में फैल गए। उनका लक्ष्य धर्म और भ्रष्टाचार की राजनीति को " शुद्ध" करना था।