मुहम्मद इब्न मूसा अल-ख्वारिज्मी, बगदाद में हाउस ऑफ विजडम के विद्वान, ग्रीक गणितज्ञ डायोफैंटस के साथ हैं, जिन्हें बीजगणित के पिता के रूप में जाना जाता है। … शायद अरबी गणित द्वारा की गई सबसे महत्वपूर्ण प्रगति में से एक इस समय अल-ख्वारिज्मी के काम के साथ शुरू हुई, अर्थात् बीजगणित की शुरुआत।
असल में बीजगणित का आविष्कार किसने किया?
बीजगणित का आविष्कार कब हुआ था? मुहम्मद इब्न मूसा अल-ख्वारिज्मी, एक मुस्लिम गणितज्ञ ने 9वीं शताब्दी में "किताब अल-जबर" नामक एक पुस्तक लिखी थी, जिसमें से "ALGEBRA" शब्द निकला था। इसलिए बीजगणित का आविष्कार 9वीं शताब्दी में हुआ था।
इस्लाम में बीजगणित का आविष्कार कब हुआ था?
गणित में इस्लामी योगदान 825 ई. के आसपास शुरू हुआ, जब बगदाद के गणितज्ञ मुहम्मद इब्न मूसा अल-ख्वारिज्मी ने अपना प्रसिद्ध ग्रंथ अल-किताब अल-मुख्तार फी इसाब अल-जबर वाल-मुकाबाला (लैटिन में अनुवादित) लिखा। 12वीं सदी बीजगणित और अलमुकाबल के रूप में, जिससे आधुनिक शब्द बीजगणित व्युत्पन्न हुआ है)।
इस्लाम ने बीजगणित में कैसे योगदान दिया?
मुस्लिम गणितज्ञों ने वर्तमान अंकगणितीय दशमलव प्रणाली का आविष्कार किया और इससे जुड़ी मूलभूत संक्रियाएं - जोड़, घटाव, गुणा, भाग, एक घात तक बढ़ाना, और वर्गमूल निकालना और घनमूल।
इस्लाम का सबसे पवित्र शहर कौन सा है?
मक्का को इस्लाम का सबसे पवित्र शहर माना जाता है, क्योंकि यह मस्जिद अल-साराम (पवित्र मस्जिद) में इस्लाम के सबसे पवित्र स्थल काबा ('क्यूब') का घर है। केवल मुसलमानों को ही इस जगह में प्रवेश करने की अनुमति है।