थायरोक्सिन नियंत्रित करता है कि आपका शरीर कितनी ऊर्जा का उपयोग करता है (चयापचय दर) यह पाचन में भी शामिल है, आपका हृदय और मांसपेशियां कैसे काम करती हैं, मस्तिष्क का विकास और हड्डियों का स्वास्थ्य। जब थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त थायरोक्सिन (हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है) नहीं बनाती है, तो शरीर के कई कार्य धीमे हो जाते हैं।
थायरोक्सिन अधिक होने पर क्या होता है?
हाइपरथायरायडिज्म (अति सक्रिय थायराइड) तब होता है जब आपकी थायरॉयड ग्रंथि थायरोक्सिन हार्मोन का बहुत अधिक उत्पादन करती है। हाइपरथायरायडिज्म आपके शरीर के चयापचय को तेज कर सकता है, जिससे अनजाने में वजन कम हो जाता है और दिल की धड़कन तेज या अनियमित हो जाती है। हाइपरथायरायडिज्म के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं।
थायरोक्सिन का मुख्य प्रभाव क्या है?
थायरोक्सिन मुख्य हार्मोन है जो थायरॉइड ग्रंथि द्वारा रक्तप्रवाह में स्रावित होता है। यह पाचन, हृदय और मांसपेशियों के कार्य, मस्तिष्क के विकास और हड्डियों के रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
थायरॉइड हार्मोन क्या करता है?
थायराइड हार्मोन शरीर की हर कोशिका और सभी अंगों को प्रभावित करते हैं। वे: उस दर को नियंत्रित करें जिस पर कैलोरी बर्न होती है, वजन घटाने या वजन बढ़ने को प्रभावित करता है। दिल की धड़कन को धीमा या तेज कर सकता है।
थायराइड ग्रंथि के 3 कार्य क्या हैं?
थायरॉइड ग्रंथि क्या करती है? थायरॉइड ग्रंथि हार्मोन उत्पन्न करती है जो हृदय, मांसपेशियों और पाचन क्रिया, मस्तिष्क के विकास और हड्डियों के रखरखाव को नियंत्रित करने वाले शरीर की चयापचय दर को नियंत्रित करती है इसका सही कार्य आहार से आयोडीन की अच्छी आपूर्ति पर निर्भर करता है।