हो सकता है कि आपने खुद से एक सवाल पूछा हो, जैसे 'क्या नस में दर्द के कारण चक्कर आ सकते हैं'। इसका उत्तर है हां, कुछ स्थितियों में गर्दन में एक तंत्रिका जो अतिरिक्त दबाव का अनुभव कर रही है, चक्कर आने का कारण बन सकती है।
क्या गर्दन की समस्या से आपको चक्कर आ सकते हैं?
गर्दन की चोट, विकार और स्थितियां कभी-कभी दर्द से ज्यादा का कारण बनती हैं। वे चक्कर आना और खराब संतुलन भी पैदा कर सकते हैं। सरवाइकल वर्टिगो (या सर्विकोजेनिक चक्कर आना) एक सनसनी पैदा करता है कि एक व्यक्ति घूम रहा है या उसके आसपास की दुनिया घूम रही है।
कौन सी तंत्रिका आपको चक्कर आने का एहसास कराती है?
वेस्टिबुलर तंत्रिका का एक वायरल संक्रमण, जिसे वेस्टिबुलर न्यूरिटिस कहा जाता है, तीव्र, निरंतर चक्कर पैदा कर सकता है।
क्या आपकी वेजस नर्व आपको चक्कर आ सकती है?
सारांश। योनि प्रतिक्रिया अप्रिय लक्षणों की एक श्रृंखला है जो तब होती है जब योनि तंत्रिका उत्तेजित होती है। अक्सर, यह प्रतिक्रिया तनाव, दर्द और भय जैसी कुछ चीजों से शुरू होती है। योनि प्रतिक्रिया के लक्षणों में चक्कर आना, मितली, कान बजना और पसीना आना शामिल हैं।
वेगस नर्व डैमेज के लक्षण क्या हैं?
वेगस तंत्रिका को नुकसान के संभावित लक्षणों में शामिल हैं:
- बोलने में कठिनाई।
- आवाज में कमी या परिवर्तन।
- निगलने में कठिनाई।
- गैग रिफ्लेक्स का नुकसान।
- निम्न रक्तचाप।
- धीमी गति से हृदय गति।
- पाचन प्रक्रिया में परिवर्तन।
- मतली या उल्टी।