जिन-भिगोई हुई किशमिश सुनहरी किशमिश से बनाई जाती हैं जिन्हें शराब के वाष्पित होने तक जिन में भिगोया जाता है। दावा यह है कि हर दिन नौ जिन-भीगी हुई किशमिश खाने से गठिया के दर्द को कम करने में मदद मिलेगी।
गठिया के लिए आप किशमिश को कब तक जिन में भिगोते हैं?
विशेष रूप से जुनिपर बेरीज से बने जिन में डालें, जब तक कि किशमिश पूरी तरह से ढक न जाए। किशमिश को कमरे के तापमान पर एक हफ्ते के लिए बैठने दें और जिन को भिगो दें। इसके बाद रोजाना 10 किशमिश खाएं। सैद्धांतिक रूप से, अगर आपको गठिया का दर्द है, तो इससे मदद मिलेगी।
क्या जिन सूजनरोधी है?
निष्कर्ष: वाइन और जिन दोनों ने प्लाज्मा फाइब्रिनोजेन और IL-1alpha के स्तर को कम करके विरोधी भड़काऊ प्रभाव दिखाया। हालांकि, वाइन में एचएस-सीआरपी, साथ ही मोनोसाइट और एंडोथेलियल आसंजन अणुओं को कम करने का अतिरिक्त प्रभाव था।
क्या जिन पीने से गठिया में मदद मिलती है?
यह आपकी हड्डियों के लिए अच्छा है। जिन का मेकअप दर्द जोड़ों और गाउट को दूर करने में मदद करता है, और जुनिपर बेरीज के साथ इसकी अल्कोहल सामग्री गठिया जैसे पुराने दर्द और सूजन के लिए एक प्रभावी उपचार हो सकती है।
किशमिश कैसे भिगोते हैं?
किशमिश को पानी में कैसे भिगोएँ? किशमिश को बहते पानी में धोकर एक कप पीने के पानी में डाल दें। उन्हें रात भर भीगने दें और अगली सुबह खाली पेट खा लें।