एक चिकित्सा पेशेवर प्लास्मफेरेसिस करेगा, आमतौर पर एक अस्पताल में लेकिन कभी-कभी एक निजी क्लिनिक में एक स्थानीय संवेदनाहारी प्रभावित क्षेत्र को सुन्न कर देगा, और प्रक्रिया में दर्द नहीं होना चाहिए। डॉक्टर फिर हाथ या कमर की नस में एक छोटी ट्यूब डालेंगे।
प्लाज्माफेरेसिस क्या है और यह कब किया जाता है?
प्लाज्माफेरेसिस रक्त में मौजूद सर्कुलेटिंग ऑटो-एंटीबॉडी को हटा देता है। स्वप्रतिपिंड कभी-कभी शरीर के स्वयं के ऊतकों और कोशिकाओं पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। प्रक्रिया का उपयोग रक्त से चयापचय पदार्थों और विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए भी किया जाता है।
प्लाज्माफेरेसिस कब किया जाता है?
चिकित्सीय प्लाज्मा एक्सचेंज के साथ हम जिन स्थितियों का इलाज करते हैं
टीपीई का उपयोग विभिन्न ऑटोइम्यून बीमारियों के उपचार में किया जाता है, ऐसी स्थितियां जो शरीर को स्वयं के एक हिस्से को पहचानने का कारण बनती हैं विदेशी और प्रोटीन उत्पन्न करते हैं (जिन्हें स्वप्रतिपिंड कहा जाता है) जो शरीर के हिस्से पर हमला करते हैं।ये प्रोटीन रक्त के प्लाज्मा घटक में पाए जाते हैं।
क्या डायलिसिस में प्लास्मफेरेसिस किया जाता है?
प्लाज्माफेरेसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जो रक्त को फिल्टर करती है और हानिकारक एंटीबॉडी को हटाती है। यह एक डायलिसिस की तरह ही की जाने वाली प्रक्रिया है; हालांकि, यह विशेष रूप से रक्त के प्लाज्मा हिस्से से एंटीबॉडी को हटा देता है।
क्या प्लास्मफेरेसिस एक बाह्य रोगी प्रक्रिया है?
एक एकल प्लास्मफेरेसिस उपचार में 1-3 घंटे लग सकते हैं। प्रक्रिया स्वयं दर्द रहित है, हालांकि, सुई डालने पर रोगी को कुछ असुविधा का अनुभव हो सकता है। प्रक्रिया आमतौर पर एक आउट पेशेंट के आधार पर की जाती है, और रोगी को थोड़े आराम की अवधि के बाद छोड़ने की अनुमति दी जा सकती है।