1610 में वसंत पंचमी के दिन टाइफाइड से पीड़ित होने के बाद चंदेरी में बैजू बावरा की मृत्यु हो गई।
तानसेन बैजू बावरा को किसने जीता?
उसे अकबर के सैनिकों द्वारा पकड़ लिया जाता है और उसकी जान बचाने के लिए केवल एक शर्त दी जाती है। तानसेन के साथ एक संगीतमय द्वंद्वयुद्ध। बैजू जीतता है प्रतियोगिता लेकिन अकबर से अपने प्रतिद्वंद्वी के जीवन को बख्शने के लिए कहता है।
बैजू बावरा किस बारे में हैं?
बैजू बावरा एक अज्ञात गायक, बैजू की कहानी है, जो अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए एक संगीत द्वंद्व में तानसेन को हराने के मिशन पर है जब बैजू अभी भी है एक बच्चा, तानसेन का संतरी बैजू के पिता को गाने से रोकने की कोशिश करता है, और उसके बाद हाथापाई में उसके पिता की मृत्यु हो जाती है।
शाहजहां के दरबार में हिंदू गायक कौन थे?
तानसेन बांदागढ़ (रीवा) के राजा रामचंद्र के दरबार में दरबारी संगीतकार थे।
क्या शाहजहाँ ने अपनी बेटी से शादी की?
शाहजहां ने अपनी शारीरिक संतुष्टि के लिए अपनी बेटी की शादी नहीं करने दी, कम्युनिस्टों ने उसे पाठ्य पुस्तकों में महान बताया। इसलिए मुमताज की मौत के बाद शाहजहाँ ने अपनी बेटी जहाँआरा को फँसाना शुरू कर दिया। उसने अपनी बेटी की शादी किसी से नहीं होने दी।