हर दिन वह पास के जंगल में पेड़ काटने के लिए निकल पड़ता था। वह लकड़ियों को वापस गाँव में ले आया और एक व्यापारी को बेच दिया और अपना पैसा कमाता है। उसने जीविकोपार्जन के लिए लगभग इतना ही कमाया, लेकिन वह अपने सादा जीवन से संतुष्ट था।
लकड़हारे की कमाई का जरिया क्या था?
उत्तर: लकड़ी काटने वाला कड़ी मेहनत करके पैसा कमाता है।
लकड़हारे को उसकी ईमानदारी का इनाम कैसे मिला?
उत्तर: लकड़हारे को उसकी ईमानदारी के लिए चांदी और सोने की कुल्हाड़ियों से पुरस्कृत किया गया।
पत्थर काटने वाले ने अपनी आजीविका कैसे अर्जित की?
उत्तर: एक बार की बात है एक छोटे से गाँव में एक पत्थर काटने वाला रहता था। दिन भर उन्होंने कड़ी मेहनत की, कठोर पत्थरों को काटकर अपने ग्राहकों को जो आकार देना था, उसे बनाया।
क्या लकड़हारा एक अमीर आदमी था?
उत्तर- लकड़हारा एक ईमानदार और गरीब आदमी था।