पहला बैंड-एड® ब्रांड एडहेसिव बैंडेज 1921 में बाजार में आया। जॉनसन एंड जॉनसन कॉटन के खरीदार अर्ल ई. डिक्सन, अपनी युवा पत्नी, जोसफिन के लिए यह विचार लेकर आए, जो अपने दैनिक खाना पकाने में मामूली कटौती और जलन से पीड़ित थी।
पहला बैंड-एड किसने बनाया?
अर्ल डिक्सन, एक कपास खरीदार, ने बैंड-एड® ब्रांड चिपकने वाली पट्टी का आविष्कार किया।
बैंड-एड के आविष्कार से पहले लोग क्या इस्तेमाल करते थे?
खून बर्बाद करने के लिए एक भयानक चीज है, और सदियों से, शरीर को छोड़ने से रक्त को रोकने के तरीके सबसे अच्छे से अक्षम थे और उपयोग करने में बिल्कुल आसान नहीं थे। प्राचीन मिस्र के समय में घावों को लपेटने में शहद का उपयोग किया जाता था।
बैंड-एड का नाम कैसे पड़ा?
उन्हें एहसास हुआ कि दूसरों को यह उपयोगी लग सकता है, इसलिए अर्ल ने यह विचार अपने बॉस, जेम्स जॉनसन के पास ले लिया। 1921 में, कंपनी ने एक शोषक केंद्र और चिपचिपे किनारों के साथ बैंडेज का 18-इंच रोल बेचना शुरू किया, इसे बैंड-एड कहते हैं।
अमेरिकी इसे बैंड एड क्यों कहते हैं?
अमेरिकन अंग्रेजी बोलने वाले आमतौर पर छोटे-छोटे घावों को ढकने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले छोटे चिपचिपे पैड को"बैंड-एड्स" कहते हैं। हालांकि, जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी, जो बैंड-एड्स बेचती है, ने इस शब्द का ट्रेडमार्क किया, जिसका अर्थ है कि उनके पास इसका उपयोग करने का अधिकार है, और इसे अन्य कंपनियों द्वारा अपने उत्पादों के नाम के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है।