ट्रांसह्यूमनिज्म एक दार्शनिक आंदोलन है, जिसके समर्थक लंबी उम्र, मनोदशा और संज्ञानात्मक क्षमताओं को बढ़ाने में सक्षम व्यापक रूप से उपलब्ध परिष्कृत तकनीकों को विकसित और बनाकर मानव स्थिति में वृद्धि की वकालत करते हैं और भविष्यवाणी करते हैं।
ट्रांसह्यूमन होने का क्या मतलब है?
ट्रांसह्यूमनिज्म, मजबूत मानव-वृद्धि प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित सामाजिक और दार्शनिक आंदोलन … जैविक या भौतिक प्रौद्योगिकियों को जोड़ने के परिणामस्वरूप इस तरह के संशोधन अधिक या अधिक होंगे कम स्थायी और मानव शरीर में एकीकृत।
ट्रांसह्यूमनिज्म के उदाहरण क्या हैं?
ट्रांसह्यूमनिज्म का फोकस बनने वाली विकासशील प्रौद्योगिकियों के उदाहरणों में शामिल हैं:
- एंटी-एजिंग - जीवन विस्तार के लिए एक और शब्द।
- कृत्रिम बुद्धि - मशीनों की बुद्धि और कंप्यूटर विज्ञान की वह शाखा जिसका उद्देश्य इसे बनाना है।
ट्रांसह्यूमनिज्म कैसे काम करता है?
कंप्यूटिंग सिस्टम की बात करें तो ट्रांसह्यूमनिस्ट दर्शन एक बेहतर अस्तित्व बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता की क्षमता पर बहुत अधिक निर्भर करता है। अपलोड करना -- बुद्धि को जैविक मस्तिष्क से कंप्यूटर में स्थानांतरित करना -- हमें अधीक्षण प्राणियों के स्थान पर पहुँचाने में मदद कर सकता है।
एक ट्रांसह्यूमनिस्ट क्या मानता है?
“ट्रांसह्यूमनिज्म” यह विचार है कि मनुष्यों को प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से अपनी वर्तमान प्राकृतिक स्थिति और सीमाओं को पार करना चाहिए – कि हमें स्व-निर्देशित मानव विकास को अपनाना चाहिए।