ज़ैन उल आबिदीन "जय हिंद" के साथ आया और बोस ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। इस नारे को बाद में 1941 में ज़ैन-उल-अबिदीन की सिफारिश के आधार पर सुभाष चंद्र बोस ने INA के लिए अपनाया था। एक इतिहासकार, भतीजे सुमंत्र बोस के अनुसार, यह वाक्यांश किसी भी धार्मिक स्वर से रहित है।
जय हिंद का पहली बार प्रयोग कब किया गया था?
“जय हिंद” 1941 में आया जब जैन-उल आबिदीन हसन ने जर्मनी में नारा गढ़ा, जहां वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। वह सुभाष चंद्र बोस के साथ सेना में शामिल हो गए थे, जो जर्मनी में भी थे, आजाद हिंद फौज बनाने के लिए सैन्य रणनीति को समझ रहे थे, जो स्वाधीनता संग्राम के लिए खुद को घर वापस तैयार कर रहा था।
जय हिंद का क्या मतलब है?
/ (ˈdʒæ hɪnd) / संज्ञा। भारत की जीत: एक राजनीतिक नारा और हिंदी में अभिवादन का एक रूप।
हम जय हिंद क्यों कहते हैं?
जय हिंद (/ˈdʒaɪ hɪnd/, हिंदी: जय हिंद, आईपीए: [dʒəj ɦɪnd]) एक अभिवादन और नारा है जिसका मूल रूप से मतलब था "हिंदुस्तान की जीत" , और समसामयिक बोलचाल में अक्सर इसका अर्थ होता है "भारत जीवित रहे" या "भारत को सलाम"।
पाकिस्तान में जय हिंद का क्या मतलब है?
एयर इंडिया के केबिन क्रू को "जय हिंद" के साथ प्रत्येक उड़ान घोषणा को समाप्त करने का आदेश दिया गया है, जिसका अनुवाद " मातृभूमि की जय हो" है, क्योंकि भारत और पड़ोसी पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। उठना।