कुछ कहते हैं दुनिया आग से खत्म हो जाएगी। कुछ कहते हैं बर्फ में। मैंने जो इच्छा का स्वाद चखा है, उससे मैं अग्नि के पक्ष में हूं। लेकिन अगर इसे दो बार नष्ट होना पड़ा, तो मुझे लगता है कि मैं इतना नफरत जानता हूं कि विनाश के लिए बर्फ भी महान है और पर्याप्त होगी।
बर्फ से विनाश क्यों महान है?
कवि कहते हैं कि आग और बर्फ दोनों ही विनाशकारी हैं। हिंसक इच्छाओं की आग दुनिया को खत्म कर देगी। लेकिन बर्फ भी विनाश के लिए महान है क्योंकि यह नफरत का प्रतिनिधित्व करती है। यह मनुष्य को भावनाओं के प्रति असंवेदनशील बना सकता है और जीवन भर के लिए उसके मन में बना रह सकता है।
क्या बर्फ को विनाश कहना भी महान है?
उत्तर: 1) कवि के अनुसार बर्फ का अर्थ है हृदय की शीतलता और भावनाओं की कमी और सहानुभूति जो इस मानव जाति के विनाश के लिए भी महान है।
क्या आग और बर्फ को नष्ट करने के लिए भी काफी है?
उत्तर: हमारी इच्छाएं और नफरत दुनिया को तबाह करने के लिए काफी होगी। कवि के अनुसार, 'अग्नि' 'इच्छा' का प्रतिनिधित्व करती है और 'बर्फ' 'घृणा' का प्रतिनिधित्व करती है।
बर्फ आग और बर्फ में भी कैसे महान है?
इसलिए, अगर पृथ्वी दो बार खत्म हो जाती, तो बर्फ आग की तरह ही अच्छी होती। अगर आग से तेजी से विनाश होगा, तो बर्फ से मूक क्षति होगी। इसी तरह, अगर आग शुद्ध जुनून है, तो बर्फ शुद्ध कारण है।