सेरिबैलम या भीतरी कान में चोट लगने से संतुलन और चक्कर आने की समस्या हो सकती है, जिससे कुछ लोगों में उल्टी हो सकती है।
क्या कंसीव करने पर उल्टी होना सामान्य है?
हां, हिलने-डुलने से मतली हो सकती है। मरीजों को तीव्र हिलाना (हल्का टीबीआई) से जुड़ी अल्पकालिक मतली का अनुभव हो सकता है, या प्रारंभिक चोट से ठीक होने के बाद भी वे स्थितिजन्य या लगातार मतली का अनुभव कर सकते हैं।
क्या सिर पर चोट लगने के बाद उल्टी होना सामान्य है?
सबसे आम संकेत भ्रम या स्मृति हानि की एक संक्षिप्त अवधि है। चोट लगने के बाद ऐसा होता है। एक हिलाना के अन्य लक्षणों में सिरदर्द या उल्टी शामिल हो सकती है। चक्कर आना या अभिनय करना चकित होना भी संकेत हो सकता है।
कंसकशन के 3 लक्षण क्या हैं?
- सिरदर्द या सिर में "दबाव"।
- मतली या उल्टी।
- संतुलन की समस्या या चक्कर आना, या दोहरी या धुंधली दृष्टि।
- प्रकाश या शोर से परेशान।
- सुस्त, धुंधला, धूमिल, या घबराहट महसूस करना।
- भ्रम, या एकाग्रता या याददाश्त की समस्या।
- बस "सही लग रहा है," या "नीचे महसूस नहीं कर रहा है"।
एक झटके के चरण क्या हैं?
तीन ग्रेड हैं: ग्रेड 1: हल्का, ऐसे लक्षण जो 15 मिनट से कम समय तक चलते हैं और उनमें चेतना का कोई नुकसान नहीं होता है। ग्रेड 2: मध्यम, ऐसे लक्षणों के साथ जो 15 मिनट से अधिक समय तक चलते हैं और जिनमें चेतना का कोई नुकसान नहीं होता है। ग्रेड 3: गंभीर, जिसमें व्यक्ति होश खो देता है, कभी-कभी कुछ सेकंड के लिए।