पंच-चिह्नित सिक्के, जिन्हें आहट सिक्कों के रूप में भी जाना जाता है, भारत के शुरुआती सिक्कों का एक प्रकार है, जो ईसा पूर्व छठी और दूसरी शताब्दी के बीच का है। यह अनियमित आकार का था।
पंच मार्क वाला सिक्का क्या होता है?
इन सिक्कों को 'पंच-चिह्नित' सिक्के कहा जाता है क्योंकि इनकी निर्माण तकनीक। ज्यादातर चांदी से बने, ये भालू के प्रतीक हैं, जिनमें से प्रत्येक को एक अलग पंच के साथ सिक्के पर मुक्का मारा गया था।
पंच-चिह्नित सिक्के किसने जारी किए?
राधाकृष्णन के अनुसार, शाही पंच-चिह्नित सिक्कों पर समान रूप से पाँच चिह्न थे। ये सिक्के सबसे पहले मगध वंश द्वारा जारी किए गए थे जब यह अभी भी एक जनपद था। धीरे-धीरे, मगध ने पड़ोसी राज्यों पर कब्जा करके अपने प्रभुत्व का विस्तार किया और एक शक्तिशाली सम्राट बन गया।
कक्षा 12 में पंच-चिह्नित सिक्के क्या हैं?
पूर्ण उत्तर:
पंच-चिह्नित सिक्के सबसे पुराने सिक्के थे जो उपयोग में आए। इनका उपयोग लगभग 500 वर्षों से किया जा रहा था। ऐसे सिक्कों की योजना धातु (चांदी या तांबे) पर मुक्का मार दी गई थी।
कक्षा 6 में छिद्रित सिक्के क्या थे?
पंच-चिह्नित सिक्के आम तौर पर आयताकार या कभी-कभी चौकोर या गोल आकार के होते थे, या तो धातु की चादरों से काटे जाते थे या चपटे धातु के ग्लोब्यूल्स (एक छोटे गोलाकार शरीर) से बने होते थे। सिक्कों को अंकित नहीं किया गया था, लेकिन मरने या घूंसे का उपयोग करके प्रतीकों के साथ मुहर लगाई गई थी। इसलिए, उन्हें पंच-चिह्नित सिक्के कहा जाता है।