दूध में पानी की मिलावट की जांच करने का एक आसान तरीका है दूध की एक बूंद को तिरछी सतह पर रखना। यदि दूध स्वतंत्र रूप से बहता है तो इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है। शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहेगा। मिलावटी दूध के नमूने में आयोडीन मिलाने से उसका रंग नीला हो जाएगा।
दूध में मिलावट है या नहीं, इसकी जांच कैसे करें?
परीक्षण विधि:
- दूध की एक बूंद पॉलिश की हुई तिरछी सतह पर रखें।
- शुद्ध दूध या तो रहता है या धीरे-धीरे बहता है और सफेद निशान छोड़ जाता है।
- पानी में मिलावटी दूध बिना कोई निशान छोड़े तुरंत बह जाएगा।
दूध में आम मिलावट क्या हैं?
दूध में गंभीर प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभाव वाले कुछ प्रमुख मिलावट हैं यूरिया, फॉर्मेलिन, डिटर्जेंट, अमोनियम सल्फेट, बोरिक एसिड, कास्टिक सोडा, बेंजोइक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, हाइड्रोजन पेरोक्साइड, शर्करा और मेलामाइन।
आप दूध की गुणवत्ता की जांच कैसे करते हैं?
एक चम्मच, टेस्ट ट्यूब या अन्य उपयुक्त कंटेनर में दूध की एक छोटी मात्रा उबाल लें यदि थक्के, जमावट या वर्षा होती है, तो दूध परीक्षण में विफल रहा है। ताजे निकाले गए दूध में भारी संदूषण का पता नहीं लगाया जा सकता है, जब अम्लता 0.20-0.26% लैक्टिक एसिड से कम हो। परीक्षण त्वरित और सरल है।
दूध में मिलावट कैसे होती है?
हालांकि पानी दूध में मिलावट सबसे आम है, दूध में मिलावट के लिए तेजी से डिटर्जेंट, कास्टिक सोडा, ग्लूकोज, सफेद पेंट और रिफाइंड तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है। … नमक, डिटर्जेंट और ग्लूकोज जैसे मिलावट दूध के गाढ़ापन और चिपचिपाहट को बढ़ाते हैं जबकि स्टार्च इसे जमने से रोकता है।