लवंडुला (सामान्य नाम लैवेंडर) टकसाल परिवार, लैमियासी में फूलों के पौधों की 47 ज्ञात प्रजातियों की एक प्रजाति है। यह पुरानी दुनिया का मूल निवासी है और केप वर्डे और कैनरी द्वीप समूह में पाया जाता है, और यूरोप से लेकर उत्तरी और पूर्वी अफ्रीका, भूमध्यसागरीय, दक्षिण-पश्चिम एशिया से लेकर भारत तक।
लैवेंडर कहाँ उगता है?
पौधे चुनते समय, ध्यान रखें कि लैवेंडर भूमध्यसागर का मूल निवासी है, जहां सर्दियां ठंडी और नम होती हैं और गर्मियां गर्म और शुष्क होती हैं। यदि आप उत्तर दिशा में बागबानी करते हैं, तो ठंड-सहनशील किस्मों की तलाश करें या ऐसे कंटेनरों में उगाएं जिन्हें आप सर्दियों के लिए घर के अंदर ला सकते हैं।
भारत में लैवेंडर कहाँ पाए जाते हैं?
भारत में लैवेंडर के फूल की खेती हिमाचल प्रदेश, कश्मीर घाटी और उत्तर प्रदेश राज्यों के पहाड़ी ढलानों में सफलतापूर्वक की जाती है।
लैवेंडर सबसे पहले कहाँ पाया गया था?
इतिहास और तथ्य
लैवेंडर की उत्पत्ति भूमध्यसागर, मध्य पूर्व और भारत से मानी जाती है। इसका इतिहास करीब 2500 साल पुराना है। लैवेंडर पुदीने के परिवार का एक फूल वाला पौधा है जो अपनी सुंदरता, अपनी मीठी फूलों की सुगंध और इसके कई उपयोगों के लिए जाना जाता है।
भारत में लैवेंडर को क्या कहा जाता है?
द ग्रीन्सकीपर: द इंडियन लैवेंडर।