वैदिक काल ( सी। 1750-500 ईसा पूर्व) वैदिक काल इतिहास में लगभग 1750-500 ईसा पूर्व के समय को संदर्भित करता है, जिसके दौरान भारत-आर्य उत्तरी में बस गए थे। भारत, अपने साथ विशिष्ट धार्मिक परंपराएँ लेकर आ रहा है।
वैदिक युग किसके लिए जाना जाता है?
प्राचीन भारत का वैदिक युग प्राचीन भारतीय सभ्यता का “वीर युग” है यह प्रारंभिक काल भी है जब भारतीय सभ्यता की मूल नींव रखी गई थी। इनमें भारत के मूलभूत धर्म के रूप में प्रारंभिक हिंदू धर्म का उदय और जाति के रूप में जानी जाने वाली सामाजिक/धार्मिक घटना शामिल है।
वैदिक काल का उत्तर क्या था?
पूर्ण उत्तर:
वैदिक युग, या वैदिक युग, भारत के इतिहास में शहरी सिंधु घाटी सभ्यता के अंत और भारत में दूसरे शहरीकरण की शुरुआत के बीच की अवधि है। मध्य भारत-गंगा का मैदान लगभग 600 ईसा पूर्व, जब वेदों की रचना उत्तरी भारतीय उपमहाद्वीप में की गई थी।
वैदिक काल क्या है?
पुरातन, या वैदिक, संस्कृत में रचित, आमतौर पर 1500 और 800 ईसा पूर्व के बीच, और मौखिक रूप से प्रेषित, वेदों में चार प्रमुख ग्रंथ शामिल हैं-ऋग-, साम-, यजुर्-, और अथर्ववेद।
वेदों की आयु क्या है?
दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में संस्कृत के विद्वानों ने शनिवार को कहा कि
वेदों की तिथि 6000 ईसा पूर्व से, संस्कृत के विद्वानों ने प्राचीन ग्रंथों की तिथियों पर मंथन किया। यह हमारी सोच की तुलना में वेदों के 4500 वर्ष पुराने होने के बराबर है।