ढेंकनाल जिले में स्थित प्रसिद्ध कपिलाश मंदिर भक्तों के लिए अपना द्वार खोलता है। कोविड-19 महामारी के कारण लगभग 10 महीने तक बंद रहने के बाद जिला प्रशासन ने आखिरकार श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को फिर से खोल दिया है, सामान्य दर्शन 14 जनवरी से शुरू हो गया है
कपिलश मंदिर में कितनी सीढ़ियाँ?
इस स्थान की पहचान भगवान शिव के पौराणिक निवास कैलाश से की जाती है। 1, 351 कदम की एक उड़ान और एक घाट सड़क मंदिर की ओर जाती है।
कपिलश मंदिर किसने बनाया?
मंदिर का निर्माण नरसिंहदेव 1 या लंगुला नरसिंहदेव ने 13वीं शताब्दी में करवाया था।
राजरानी मंदिर किसने बनवाया?
विद्वान इस शैली के आधार पर मानते हैं कि मंदिर का निर्माण सोमावमसी राजाओं द्वारा किया गया होगा, जो इस अवधि के दौरान मध्य भारत से उड़ीसा चले गए थे। राजरानी मंदिर का रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा एक टिकट वाले स्मारक के रूप में किया जाता है।
कपिलश क्यों प्रसिद्ध हैं?
यह हस्तशिल्प के लिए भी प्रसिद्ध है। कपिलाश के आसपास की पहाड़ियाँ कटक और ढेंकनाल जिलों की उबड़-खाबड़ सीमा बनाती हैं। अनेक चोटियों में सबसे ऊँचा कपिलाश है। शिव का निवास क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार शिवरात्रि के दौरान जीवंत हो उठता है।